अंपायर कैसे बनें? 12 पास के बाद सिर्फ ये स्टेप फॉलो करो

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Last Updated on 7 March 2024 by Abhishek Gupta

क्या आप अंपायर कैसे बनें पता करना चाहते हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर है। आज आपको Umpire Kaise Bane के बारे में यहां पर जानकारी मिलेगी।

आप में से बहुत लोग क्रिकेट मैच देखने के फैन होंगे। ऐसे में बहुत लोगों को यही चाहत रहती है कि, वह प्लेयर बने या ना बने, अंपायर तो जरूर बनना चाहते हैं। क्योंकि क्रिकेट एक ऐसा गेम है, जहां पर लोग अच्छा खासा पैसा कमाते हैं। 

ऐसे में अगर आप भी अंपायर बनना चाहते हैं। लेकिन आपको पता नहीं है कि, अंपायर बनने के लिए क्या करना होता है, इसके लिए क्या-क्या प्रक्रिया रहती है। ऐसे में आपको careerStuffs.com पर इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। 

इसलिए शुरू करने से पहले हम आपसे कहना चाहेंगे कि, इस आर्टिकल को आप लास्ट तक पढ़िएगा।

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भारत में क्रिकेट अंपायर कैसे बनें?

अंपायर कैसे बनें

अपने इस आर्टिकल को पढ़ने से पहले इस टॉपिक को लेकर अन्य जगह भी सर्च किया होगा। लेकिन हम आपसे वादा करते हैं कि, इस आर्टिकल को अगर आप अच्छे से पढ़ते हैं, तब आप अपने सभी डाउट्स को यहां पर क्लियर कर पाएंगे। चलिए अब Umpire Kaise Bane बताना शुरू करते हैं।

अंपायर कौन होता है? अंपायर मीनिंग इन हिंदी?

क्रिकेट के मैच में जो डिसीजन देते हैं, उन्हें अंपायर कहा जाता है। क्रिकेट के एक मैच में बेसिकली तीन प्रकार के अंपायर शामिल रहते हैं। इसमें दो अंपायर ऑन फील्ड में शामिल रहते हैं, जिसमें Bowler End’s Umpire, Leg Square Umpire होते हैं। 

इसके अलावा एक अंपायर, जिसे थर्ड अंपायर कहा जाता है, वह भी शामिल रहता है। अंपायर जो भी डिसीजन किसी क्रिकेट मैच में देता है, वह फाइनल डिसीजन के रूप में लिया जाता है।

अंपायर के काम क्या होते हैं? 

चलिए अब Umpire Kaise Bane के topic में जानते हैं कि, अब अंपायर मैच में क्या करते हैं। सबसे पहले तो हमने आपको बताया कि, अंपायर डिसीजन बनाने के लिए मैच में शामिल रहते हैं। 

इसके अलावा खेल भावना बनाए रखने के लिए भी अंपायर का योगदान अहम हो जाता है। इसके अलावा on the field तो अंपायर का काम रहता है ही, साथ ही ऑफ द फील्ड भी अंपायर को अपनी भूमिका अदा करनी पड़ती है। 

अंपायर पिच खेलने लायक है, या नहीं यह तय करता है। क्रिकेट के रूल के अनुसार मैच खेला जा रहा है या नहीं, यह भी अंपायर तय करता है। ग्राउंड अंपायर अगर उन्हें डिसीजन बनाने में किसी प्रकार का doubt होता है, तो वह इसके लिए थर्ड अंपायर की हेल्प लेते हैं, जैसे स्टंपिंग रनआउट इत्यादि। 

इसके साथ ही अब अगर किसी प्लेयर को लगता है कि, वह आउट है या नहीं है, तो इसके लिए वह DRS भी लेता है, जिसे Decision Review System कहा जाता है और इसके लिए भी थर्ड अंपायर की हेल्प ली जाती है।

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क्रिकेट अंपायर के रोल और रिस्पांसिबिलिटी क्या रहती है?

अंपायर के रोल अलग-अलग प्रकार के रहते हैं और अलग-अलग प्रकार के अंपायर की भी अलग-अलग रिस्पांसिबिलिटी रहती है। हमने आपको बताया, अंपायर पिच का जायजा लेते हैं और playing conditions को adopt करने के अलावा वह weather conditions को चेक करते हैं। 

लाइटिंग कंडीशंस को चेक करने का काम भी अंपायर का रहता है। अगर Bowler End’s Umpire की अंपायर की बात करें, तो उसका काम रहता है कि, बाउंड्रीज, वाइड, ओवरथ्रो, लेग बाई इत्यादि के लिए वे इशारे करते हैं। 

इसके साथ ही किसी गेंदबाज की नोबॉल, बाउंसर, वाइड इत्यादि भी Bowler End’s Umpire check करता है। इसके अलावा Leg Square Umpire की बात करें, तो वह रन आउट, स्टंप आउट आदि चेक करते हैं और रन आउट, stump आउट के लिए भी थर्ड अंपायर की हेल्प भी लेते हैं। 

इसके अलावा कभी-कभी Leg Square Umpire और Bowler End’s Umpire डिसीजन में डाउट होने पर एक दूसरे की राय लेकर भी डिसीजन बनाते हैं। 

अब 3rd Umpire की रिस्पांसिबिलिटी की बात करें, तो वे जो भी On-field Umpire उनसे हेल्प मांगते हैं, उनकी हेल्प करते हैं, जैसे रन आउट, स्टंप आउट, सॉफ्ट सिग्नल इत्यादि। 

इसके अलावा जब कोई खिलाड़ी अब अंपायर के डिसिजन को चैलेंज करता है, तो फिर थर्ड अंपायर का काम उसे डिसीजन को चेक करना रहता है। 

थर्ड अंपायर का एक और महत्वपूर्ण काम यह रहता है कि, अगर मैच बारिश से व्यव्धित हो रहा है, तो DLS मेथड अप्लाई करना भी एक अंपायर की रिस्पांसिबिलिटी रहती है।

अंपायर बनने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है? क्रिकेट अंपायर योग्यता?

Umpire बनने के लिए जो भी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया तय किए गए हैं, वह भी आपको जानना बेहद जरूरी है, तो इसकी लिस्ट नीचे दी गई है।

  • आवेदक 18 साल की उम्र से अधिक हो। 
  • आवेदक 12वीं पास हो। 
  • आवेदक को अंपायरिंग का एक्सपीरियंस हो।
  • आवेदक की फिजिकल फिटनेस अच्छी हो।

अंपायर बनने के लिए जरूरी स्किल क्या है? 

एक अंपायर के तौर पर कुछ स्किल का होना भी बेहद जरूरी है, तो किस-किस प्रकार की स्किल इसके लिए होनी आपके पास जरूरी होगी, इसकी लिस्ट नीचे दी गई है।

1. अच्छी कम्युनिकेशन स्किल: अंपायर के तौर पर कम्युनिकेशन स्किल का अच्छा बेहद जरूरी है क्योंकि आपको डिसीजन देने होते हैं, तो कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होगी, तो आप आसानी से दूसरे अंपायर के साथ भी communicate कर पाएंगे और अपने मैसेज को आप convey कर पाएंगे। 

2. स्पॉन्टेनियस डिसीजन मेकिंग स्किल: यह स्किल बहुत ही जरूरी रहने वाली है। एक अंपायर के तौर पर आपको बहुत ही जल्दी यानी सेकंड में डिसीजन देना होता है। ऐसे में इस स्पॉन्टेनियस डिसीजन मेकिंग स्किल होना बेहद जरूरी है।

3. क्रिकेट के रूल की जानकारी: क्रिकेट की रूल की जानकारी अंपायर को होना बेहद जरूरी हो जाता है। क्योंकि ultimately अंपायर ही खेल को अच्छे ढंग से चलाते हैं। क्योंकि रूल के अनुसार गेम चल रहा है या नहीं, यह अंपायर को ध्यान रखना होता है। ऐसे में क्रिकेट की रूल की जानकारी भी होनी जरूरी होगी।

4. फिजिकल फिटनेस: वैसे तो अंपायर को किसी प्रकार की भागवत नहीं करनी पड़ती है लेकिन अंपायर बनने के लिए फिजिकल फिटनेस का होना बेहद जरूरी होगा।

5. मल्टी टास्क एबिलिटी: अंपायर को एक बार में एक से ज्यादा टास्क handle करने रहते हैं। यदि बाल वाइड है, नो बॉल है, बाउंसर है इत्यादि, उन्हें देखना होता है, तो मल्टी टास्किंग एबिलिटी अंपायर के अंदर बहुत जरूरी हो जाती है।

अंपायर कैसे बनें? क्रिकेट अंपायर एग्जाम २०१८?

चलिए अब जानते हैं कि, आप किस प्रकार से अंपायर बन सकते हैं। इसके लिए हम स्टेप बाय स्टेप आपको जानकारी देंगे। 

स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के साथ करें कांटेक्ट

अंपायर बनने की यह प्रक्रिया है। इसके लिए आपको अपने स्टेट क्रिकेट बोर्ड संगठन के साथ कांटेक्ट करना होगा। वहां पर आपको रजिस्ट्रेशन करना है। जैसा कि आपको पता होगा, हर एक स्टेट का एक स्टेट क्रिकेट बोर्ड होता है। 

अपनी स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के साथ अगर आप कांटेक्ट करते हैं, तो Umpire Certification Exam के बारे में वहां पर आपको जानकारी मिल जाएगी और यह कब होगा, यानी इसकी डेट क्या होगी, यह भी आपको पता लग जाएगा। 

अंपायर सर्टिफिकेशन एक्जाम करें पास 

अब आपको बता दिया जाएगा कि, कब आपका सर्टिफिकेशन एक्जाम होगा, तो आपको अब उस एग्जाम को पास करना रहता है। यह चार दिन का एक प्रोग्राम रहता है, जहां पर आपको training और नॉलेज दी जाती है। 

इसके पहले 3 दिन आपको training में गुजारने होते हैं और फिर इसका एग्जाम अंतिम दिन यानी चौथे दिन होता है यह तीन राउंड में शामिल रहता है इसका पहला राउंड theory और फिर दूसरा प्रैक्टिकल और तीसरा Viva। 

अगर कोई थ्योरी का राउंड पास कर लेता है, तो फिर वह आवेदक प्रैक्टिकल एग्जाम देगा और प्रैक्टिकल एग्जाम होने के बाद फिर उसका Viva होगा। अगर कोई आवेदक viva पास कर लेता है, तो फिर स्टेट क्रिकेट बोर्ड संगठन के अंपायर के रूप में आप काम करने लग जाते हैं।

स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के मैचों में करेंगे अंपायरिंग 

अब जब आप स्टेट बोर्ड के अब Umpire Certification Exam पास कर लेते हैं, तो फिर आपको स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा कराई देने वाले हर एक मैच में umpiring करनी होगी है। 

वहां पर आपकी परफॉर्मेंस अच्छी रहेगी, अगर आपकी अच्छी परफॉर्मेंस रहती है और दो-तीन साल अगर आप वहां पर काम करते हैं, तो बीसीसीआई लेवल 1 एग्जामिनेशन के लिए आप सेलेक्ट कर लिए जाते हैं।

बीसीसीआई लेवल 1 एग्जामिनेशन करें पास

अब आपको BCCI द्वारा आयोजित की जाने वाली लेवल 1 एग्जामिनेशन को पास करना होगा। अब इसके लिए एलिजिबल होने के लिए आपको Internal Screening Process के द्वारा गुजरना होता है। 

अगर आप बीसीसीआई लेवल पर एग्जामिनेशन के लिए shortlisted किए जाते हैं, तो वहां पर भी तीन राउंड होते हैं, यानि पहले थ्योरी, दूसरा प्रैक्टिकल और तीसरा Viva। 

बीसीसीआई लेवल 1 एग्जाम को पास करने के बाद आवेदक को बीसीसीआई द्वारा One Year Refresher Course को आपको पास करना होता है और फिर यह पास करने के बाद बीसीसीआई लेवल 2 एग्जाम में आप बैठने के एलिजिबल हो जाते हैं। 

लेवल 2 BCCI exam करें पास 

आप बीसीसीआई One Year Refresher Course पास कर लेते हैं, तो फिर आपको बीसीसीआई लेवल 2 एग्जामिनेशन का पेपर देना रहता है और लेवल 2 टेस्ट भी तीन पार्ट्स यानी थ्योरी, प्रैक्टिकल, viva इत्यादि में डिवाइड रहता है। 

अगर कोई आवेदक यह एग्जामिनेशन पास कर लेता है, तो फिर वह बीसीसीआई के डोमेस्टिक matches में अंपायरिंग करने लग जाएगा।

अब आप करेंगे अंपायरिंग 

बीसीसीआई के लेवल 2 का एग्जाम पास करने के बाद अब BCCI के अन्तर्गत के जितने भी मैच होंगे, यानी डोमेस्टिक मैच होंगे, वहां पर आपको अंपायरिंग करने को मिल जाएगी। आप फिर रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी इत्यादि जैसे टूर्नामेंट में अंपायरिंग करने लगे।

आईपीएल में अंपायर कैसे बनें?

देखिए जैसा कि हर खिलाड़ी को आईपीएल में खेलने की चाहत रहती है। ऐसे ही हर अंपायर को आईपीएल में अंपायर बनने की चाहत होती है। 

ऐसे में आपके मन में अगर सवाल है कि, आईपीएल में कैसे अंपायर बनें, तो यह भी बीसीसीआई तय करता है कि, किसे अंपायर बनाया जाना चाहिए। ऐसे में अगर आप डोमेस्टिक मैचों में अच्छा परफॉर्मेंस करते हैं, तो फिर आप आईपीएल में भी अंपायरिंग कर सकते हैं।

आईसीसी में अंपायर कैसे बनें? (Umpire Kaise Bane)

आईसीसी अंपायर बनने के लिए सबसे पहले बीसीसीआई की अंतर्गत डोमेस्टिक मैचों में आपको अच्छा परफॉर्मेंस करना रहता है। 

अगर BCCI को लगता है कि, आप अंतरराष्ट्रीय माचो में भी अंपायरिंग कर सकते हैं, तो फिर वे आईसीसी से अंपायरिंग सर्टिफिकेशन प्राप्त करते हैं, फिर वह फिर अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भी अंपायरिंग कर सकता है।

अंपायर की सैलरी क्या होती है? क्रिकेट अंपायर सैलरी

अंपायर की सैलरी की बात करें, तो यह अलग-अलग अमाउंट में होती है और बीसीसीआई जितने भी रिजर्व अंपायर अपने पास रखता है, उन्हें अलग-अलग श्रेणी में रखा जाता है और जो अंपायर टॉप अंपायर होते हैं यदि जो टॉप 20 में होते हैं, उन्हें 40000 रुपए से सैलरी मिलनी शुरू हो जाती है।

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FAQ: अंपायर कैसे बनें से ज्यादातर पूछे जाने वाले सवाल 

अंपायर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है?

अंपायर बनने के लिए आपको 12वीं पास करना होता है और 12वीं पास कर आप फिर स्टेट क्रिकेट बोर्ड संगठन द्वारा आयोजित किए जाने वाले Umpire Certification Exam पास करेंगे। इसके लिए कोर्स की बात करें, तो आपको क्रिकेट की नॉलेज होना इसके लिए जरूरी होगी।

क्रिकेट में बनने के लिए क्या करना पड़ेगा?

सबसे पहले लिखित परीक्षा पास करनी होती है। लिखित परीक्षा पास करने के बाद प्रैक्टिकल आपका होता है और प्रैक्टिकल के बाद viva एग्जाम अभी तक को पास करना रहता है।

क्रिकेट में अंपायर की सैलरी क्या होती है?

क्रिकेट में ऊपर की सैलरी की बात करें, तो यह सैलरी लगभग ₹40000 शुरू होती है। इसके बाद जिस हिसाब से आपका एक्सपीरियंस बढ़ता है, आपका कद बढ़ता है, यह सैलरी बढ़ाते रहती है।

अंपायर का काम क्या होते हैं?

क्रिकेट को नियम के साथ चलाना और खेल भावना से क्रिकेट को चलाने इत्यादि का काम अंपायर रहता है तथा क्रिकेट के हर एक डिसीजन को अंपायर द्वारा दिया जाता है।

सलाह

इस आर्टिकल में हमने आपको अंपायर कैसे बनें, के बारे में जानकारी दी है। ऐसे में आप भी अगर अंपायरिंग के करियर में जाना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल की हेल्प आप ले सकते हैं और इस आर्टिकल को आप आप शेयर भी जरूर करें। 

उम्मीद करते हैं कि, आपको करियर से संबंधित जानकारी पसंद आई होगी, तो इसी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे।